#अनलॉक 1.0 से कोरोना भी पस्त (व्यंग)

#अनलॉक 1.0 से कोरोना भी पस्त (व्यंग)

- मनकेश्वर महाराज "भट्ट"
  रामपुर डेहरू , मधेपुरा , बिहार

कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन और घरेलू कारावास से लंबे अंतराल के बाद आखिरकार अनलॉक 1.0 के द्वारा छुटकारा मिल ही गया।वायरस से ना केेेवल बच्चे बल्कि बूढ़े भी परेशान थे , वही इस वायरस ने युवाओं के तो मानो पंख ही काट गए थे। कई नियमों की बंदिश होने केे बाद भी पुलिस के डंडे , सहना बहुत कष्टपूर्ण था।जो युवा अपने वोट से आनेवाले सरकार की नींव रखते थे , उसे डंडे के डर से घर मे रहने को विवश करना , ऐसा आभास करा रहा था की सरकार को अगले चुनाव नहीं जितने। वही डंडेधारियों का  हाल तो सरपट खराब था धूप में ड्यूटी , और यदि ढिलाई हुई तो संक्रमण का खतरा साथ ही सरकार की ए० सी० युक्त भाषण - "अगर संक्रमण बढ़ा तो स्थानीय प्रशासन होंगे जिम्मेदार"! इससे भी ज्यादा सरकार की हवाई बातें तो आम जनता को हवा दे रही थी जैसे घर में फ़ंखा भी ना हो और मजा ए० सी० का आ रहा हो। आम जनता को केवल हर दिन सरकार की घोषणाएं ही सुनाई दे रही थी ,, तो वहीं... दूसरी और कोरोना का दंश , जो रात की नींद हराम कर रही थी। सरकार की रेलगाड़ी जितनी स्पीड अपना रास्ता भूल जाती थी उतनी ही स्पीड से सरकार का राशन आम जनता तक पहुँचना। ...दिलचस्प बात ये रही की जिस तरह रेल में मजदूर आधे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर आए उसी तरह राशन भी शताब्दी एक्सप्रेस पकड़ नियमों का पालन करते हुए जनता तक आधे आए। सरकार से डीलरों तक आने में दाल तो ऐसे गायब हो गए जैसे वही कोरोना हो। डीलर साहब भी जनता के हितैषी ही थे सब संक्रमण (दाल) को गायब कर दिए ताकि आम जनता ज्यादा खाकर मोटापा के शिकार ना हो जाए। आखिर... यह महामारी से भी बड़ी थी!
    खैर.... सरकार ने सभी की परवाह कर उनके समस्याओं के लिए हल अनलॉक 1.0 निकाल दिया।अगर इस अनलॉक 1.0 में कोरोना का संक्रमण हो भी जाए तो कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।मास्क लगाना , खरीदना तो शेयर बाजार में उछाल मारने का जरिया था जो अब जनता समझ गया। ... और अपना बचत करने लगा।सरकार तो धर्मराज युधिष्ठिर से भी बड़े हैं।जो अपने कर्म के लिए अटल है। बस... आप सरकार को चुनाव में वोट दे दीजिएगा बाकी आपकी आगे की हर समस्या बाढ़ , भुखमरी , बेरोजगारी , गरीबी सब कोरोना की तरह खत्म कर दिए जाएँगे। और हाँ ,, हवाई चप्पल पहनने वाले भी ट्रेन की पटरियों से हवाई सफर करेंगे।जैसे मजदूरों ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा आदि जगहों से बिहार, यूपी आने के लिए सीधे परलोक सिधार कर और कई मिलों सरकार की हवाई बातों के जरिये हवा - हवाई सफर किये।
     बैरहाल लोगों ने मान लिया कि सरकार ने कोरोना को ऑलआउट कर दिया है। अब सब लोग भगवान और अल्लाह को पूजें।बच गए तो वोट से बहार लाइयेगा ना तो... यमराज के साथ चुनावी सुगुफ़ा पर एक कप चाय के साथ चर्चा।
       खैर.... निश्चिंत रहें सरकार के अनलॉक 1.0 से कोरोना भी सदमें में हैं। चुनाव होने के बाद ही वो होश में आएँगे....!!
(लेखक किसी दल से नहीं हैं और ना ही किसी दल के समर्थक।)

Comments

Popular posts from this blog

The Fault in our Society : He & They

This is My Life by me | (One Million Provoking Thoughts by Anonymous)