Enlivening Emotions | #3 | Anonymous

जो जीवन में मुश्किलें है मैं इनसे डरता नहीं,
बेतुकी मजबूरियों से रास्ता बदलता नहीं।।

रुक कर बैठ जाने से सफलता मिलती नहीं,
एक बार जो निश्चय किया फिर जुबां हिलती नहीं।

मुझे ऊंचाइयों को देख अब डरना नहीं है,
एक भी कदम पीछे रखना नहीं है।

मेरी मंजिल अब पास है मुझे पक्का विश्वास है,
अब भय का विनाश है मेरे मन में एक सकारात्मक आस है।

राह भले ही अनंत हो बढ़ता चला जाऊंगा,
वक़्त को पीछे छोड़ दुनिया को एक प्रेरणा दे जाऊंगा।।

These lines are Beautifully composed by Anonymous.


Comments

Popular posts from this blog

KEEP WRITING | Writing Contest | Enlivening Emotions

This is My Life by me | (One Million Provoking Thoughts by Anonymous)